पढ़िए होली पर बेहतरीन 1200 शब्दों का निबंध. 1200 words का Holi essay Hindi
Holi essay Hindi: Importance (क्यों मनाया जाता है होली का त्योहार)
होली भारत के सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहारों मे से एक है और ये खुद भी सबसे ज्यादा खुशियों वाला त्यौहार है. होली रंगों का त्यौहार है, जिसे हर साल फ़रवरी या मार्च के महीने में मनाया जाता है. हिन्दू कैलेंडर मे होली हमेशा फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है. होली की खुशियां कभी किसी तरह की सरहदें नहीं पहचानती. यह त्योहार भारत के हर कोने, हर हिस्से में मनाया जाता है, बल्कि अब तो इसे बड़े स्तर पर पूरी दुनिया मे मनाया जाता है. इस त्योहार से लोगों की इतनी ज्यादा खुशियां और यादें जुड़ी होती हैं, कि सिर्फ होली का नाम सुनकर ही उनका मन खुशी से भर जाता है. होली के साथ साथ हम एक नई ऋतु का भी स्वागत करते हैं, ये ऋतु सभी के लिए खुशियो और उम्मीदों से भरी होती है. Holi essay Hindi
होली भारत के सबसे पुराने त्योहारों मे से एक है. इस त्योहार के मनाए जाने को लेकर कई दिलचस्प कहानियां और लोक कथाएं सुनने को मिलती हैं. जैसे जैसे हम भारत के उत्तर से दक्षिण की तरफ़ और पश्चिम से पूर्व की तरफ बढ़ते हैं, हमे हर राज्य की होली मे कोई ना कोई नयापन या नई रस्म देखने को मिल जाती है. इसलिए भारत मे जितने राज्य हैं, उतनी तरह की होली मनाई जाती है. हमे कई सारे पुराने चित्रों और अभिलेखों मे होली के बारे में कहानियां या मान्यताएं देखने को मिल जाती हैं. होली से जुड़ी कहानियां बताने मे हमारे पुराणों की बड़ी भूमिका रही है. इसमे से सबसे ज्यादा चर्चित कहानियां होलिका दहन और राधा कृष्ण के प्रेम से जुड़ी हैं.
होली से जुड़ी सभी कहानियाँ और मान्यताएं भी होली के त्योहार की तरह खास हैं. ये कहानियां हमे असत्य पर सत्य की जीत के बारे में बताती हैं. ये कहानियां बताती हैं कि चाहे बुराई कितनी भी बढ़ जाए, लेकिन उसे खत्म करने के लिए अच्छाई की एक छोटी सी रोशनी भी काफी होती है. इन कहानियों मे हमे अच्छाई बुराई, प्रेम, बैर आदि सब तरह की भावनाएं देखने को मिल जाती हैं.
जो बात सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण है, वो ये कि इस त्योहार से करोड़ों हिन्दुओं की आस्था जुड़ी हुई है. हजारों वर्ष पहले घटी इन घटनाओं को वो हर साल जीते हैं और धर्म को अधर्म से जीतते हुए देखना उन्हें अच्छा लगता है.
होली सिर्फ भारत मे ही नहीं पूरी दुनिया मे हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है. ये त्योहार सिर्फ खुशी से झूमने और नाचने गाने का त्योहार नहीं है, बल्कि भारत के इतिहास मे होली से जुड़ी कई सारी मान्यताएं और कथाएं हैं, जिनका सभी हिन्दुओं के जीवन मे बहुत अधिक महत्व है. ये कहानियां हमे बताती हैं कि बुराई और अधर्म चाहे कितना भी बढ़ जाएं, लेकिन वे कभी भी सत्य और धर्म से जीत नहीं सकते. और इसके साथ ही ये सभी को शांति और खुशी के साथ अपना जीवन जीने का संदेश भी देती हैं.
होलिका दहन की परंपरा (Holika Dahan):
होली के त्योहार मे होलिका दहन बहुत ज्यादा महत्व रखता है. होलिका दहन से जुड़ी ये कहानी लोगों के बीच काफी ज्यादा लोकप्रिय है. ये कहानी होलिका की मृत्यु और चमत्कारिक रूप से बिना किसी तरह की हानि के प्रहलाद के आग से बाहर आने की गाथा है. इस कहानी मे राक्षस हिरण्यकशिपु की बहन होलिका को भगवान ब्रह्मा द्वारा अग्नि से किसी तरह की क्षति ना होने और आग मे कभी ना जलने का वरदान प्राप्त था. इसलिए अपने भाई हिरण्यकशिपु के आदेश पर उसने उसके हिरण्यकशिपु के विष्णु- भक्त पुत्र प्रहलाद को जला कर मारने के उद्देश्य से उसे लेकर अग्नि कुंड मे बैठने का फैसला किया. लेकिन प्रहलाद पर भगवान विष्णु की कृपा कुछ ऐसी थी कि प्रहलाद का उस अग्नि से बाल भी बांका नहीं हुआ. असल मे होलिका के पास एक ऐसा अंग वस्त्र था जो उसे आग मे जलने से बचाता था. लेकिन जब वो प्रहलाद को लेकर अग्नि मे गई, तो कुछ ऐसा चमत्कार हुआ कि वो अंग वस्त्र जाकर प्रहलाद के शरीर से लिपट गया और बिचारी होलिका उस अग्नि मे जलकर मर गई. भारत मे हिन्दुओ के बीच होलिका दहन से जुड़ी ये कहानी सबसे लोकप्रिय है और हर साल इसी वज़ह से लोग होलिका दहन का आयोजन करते हैं. Holi essay Hindi

हिन्दू पुराणों के अनुसार होलिका दहन जिसे होलिका दीपक और छोटी होली भी कहा जाता है, इसे पूर्णमासी तिथि के दिन ही सूर्यास्त के पश्चात प्रदोष काल मे मनाया जाता है. होलिका दहन की शुरुआत लकड़ियां और गोबर के कंडे जलाकर की जाती है. इसमे महिलाएं खुशी के मंगल गीत गाती हैं. होलिका दहन एक धार्मिक संस्कार है, जिसमें लोग जौ, गन्ने और चने की बाली को होलिका की अग्नि मे भूनते हैं. जिसके बाद वे इसे अपने घर लेकर जाते हैं, जो उनके घर मे अच्छा समय और स्वास्थ्य लेकर आता है. इसके अलावा वे उसी अग्नि मे गोबर से बनाए 5 उपले भी जलाते हैं, जो उनकी सारी समस्याओं को अग्नि मे जलाना दर्शाता है. इसके साथ ही इस दिन होलिका दहन से पहले आटे और सरसों के तेल का उबटन बना कर घर के सदस्यों पर लगाया जाता है, और फिर बचे हुए मैल को होली की अग्नि मे जलाने से शरीर के सारे रोग दूर हो जाते हैं और उन्हें होलिका माता का आशीर्वाद प्राप्त होता है. लोगों का मानना है कि होलिका मे जले हुए उपले और जौ उनके घर से बुरे प्रभावों और नकारात्मकता को बाहर भागकर अच्छा भाग्य और स्वास्थ्य लाएंगे.
रंगों की होली (Colourful Holi of love):
इसकी अगली सुबह लोग एक दूसरे को रंग लगाकर होली की शुरुआत करते हैं. इस त्योहार मे सबसे ज्यादा खुश बच्चे होते हैं, क्योंकि वे अपनी रंग बिरंगी पिचकारियों और गुब्बारों मे रंग भरकर आस पड़ोस के सभी लोगों पर रंगों की बौछार करते हैं. होली का त्योहार मनाने के लिए वे साल भर इसका इंतजार करते हैं. इस दिन क्या बच्चे क्या बूढ़े सभी रंगों की मस्ती मे खो जाते हैं और खुले दिल से इस दिन का आनंद उठाते हैं. होली के दिन घरों और मंदिरों मे भगवान कृष्ण और राधा की विशेष पूजा की जाती है और उनकी मूर्तियों को रंग लगाया जाता है. इस दिन परिवार के सारे लोग और रिश्तेदार इकट्ठे होकर नाचते गाते हुए खुशियां मनाते हैं. घरों मे मिठाइयाँ और तरह तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं, जिसे परिवार के सारे लोग मिल बांट कर खाते हैं. पारंपरिक रूप से तो ये त्योहार पूरे पांच दिन का होता है, और उसका आखिरी दिन रंग पंचमी के रूप मे मनाया जाता है.
रंगों के बिना होली को सोच पाना भी नामुमकिन है, क्योंकि होली रंगों का ही त्योहार है. होली के दिन ये खिले हुए रंग नई ऋतु का स्वागत करते हैं. होली के दिन ये सभी रंग हमारे अंदर एक नई ऊर्जा का संचार करते हैं और हमे ये बताते हैं कि हमारा जीवन भी इसी तरह अलग अलग रंगों से भरा रहना चाहिए और हर वक़्त उसमे सकारात्मकता भी बनी रहनी चाहिए. ये रंग हमसे कहते हैं कि होली के रंगों की तरह ही हमारा जीवन भी खुशियो के रंगों से भरा रहना चाहिए. Holi essay Hindi
हर त्यौहार का अपना एक जरूरी महत्व और उद्देश्य होता है. होली के दिन लोगों को अपने बीच के हर दुख, समस्या और दुश्मनी को भूल कर एक दूसरे को खुले दिल से स्वीकार करना चाहिए. ये त्योहार ग़मों को भूलकर खुद को रंगों और खुशियों मे भूल जाने का दिन है. हमे इस त्योहार को पूरे उत्साह के साथ दूसरों की भावना का सम्मान करते हुए मनाना चाहिए. होली पूरी दुनिया मे भारत और भारतवासियों के बीच के प्रेम को दर्शाता है. ये दुनिया के बाकी देशों को हमारी एकता और अखंडता के बारे में बताता है. होली का त्योहार लोगों को सारे गिले शिकवे भुलाकर एक दूसरे के पास लाता है.
Vaishali Sharma is a post- graduate in Political Science from V.S.S.D. College of Kanpur. Her writing journey started in 2018, and from then she has come very far in field of Blogging (INKLAB) and Content Writing. Now, She is working as an UPWORK Freelancer and Blogger.