Nowruz: History, Date, Significance (क्यों मनाया जाता है नवरोज़)
दिनांक (Date): 21 मार्च 2022 (21 March 2022)
महत्व (Significance): हिजरी कैलेण्डर के अनुसार नव वर्ष का पहला दिन। (First day of New year as per Solar Hijri Calendar)

Google doodle: ईरानी नव वर्ष के पहले दिन की शुरुआत में नवरोज़ (Nowruz) 2022 के त्योहार को दर्शाने के लिए गूगल ने यह खूबसूरत सा डूडल लगाया है। इस डूडल में खूबसूरत खिलते फूलों और कलियों को दिखाया गया है।
नवरोज़ (Nowruz) दुनिया के सबसे प्राचीन त्योहारों में से एक है और इसकी शुरुआत करीब 3000 साल पहले हुई थी।

Significance of Nowruz (नवरोज़ का महत्व):
13 दिन का यह त्योहार नौरूज़ या नवरोज़ vernal equinox यानी वासंती विषुव के साथ ही शुरू हो जाता है, जब सूर्य भूमध्य रेखा को पार करता है। यह भारत और दुनिया के अन्य देशों मे पारसी समुदाय के बीच उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह मुख्य रूप से पुनर्जीवन और ज़िंदगी मे प्रकृति के महत्व को दर्शाता है। नवरोज़ से सोलर हिजरी कैलेण्डर के पहले महीने फरवादीन की शुरुआत हो जाती है और पूरी दुनिया मे यह आमतौर पर 20 या 21 मार्च के दिन मनाया जाता है।
History behind Navroz festival and in India (नवरोज़ का इतिहास):
नवरोज़ का नाम ईरानी राजा, जमशेद के सम्मान में रखा गया, जिन्होंने ईरानी या शहंशाही कैलेण्डर का निर्माण किया था। मान्यताओं के अनुसार, जमशेद ने दुनिया को एक ऐसी आपदा से बचाया था, जो सर्दी के रूप में आई थी और सबकी जान ले सकती थी। अभिलेखों के अनुसार, राजा जमशेद के राज्य में न ज्यादा ठंड थी, न ही ज्यादा गर्मी, और न ही किसी की अकाल मृत्यु होती थी। वहां सब खुशी से रहते थे।
ऐसा माना जाता है कि भारत में यह त्योहार 18वीं सदी में सूरत के एक पारसी व्यापारी, नुसेरवंजी कोहयरजी द्वारा लाया गया था, जो अक्सर ईरान आया जाया करते थे और उन्होंने भारत आकर भी नवरोज़ मनाना शुरू किया।
Celebrations of Nowruz in World (कैसे मनाया जाता है नवरोज़ का त्योहार):

पारसी समुदाय के लोग अपनी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर रोशनी और रंगोली से अपना घर सजाते हैं। वे अपने अग्नि मंदिर यानी Fire Temple जाकर अपने इष्टदेव को फल, फूल, चंदन की लकड़ी, दूध चढ़ाते हैं।
नवरोज़ के दिन दुनिया में लाखों लोग त्योहार मनाते हैं, पकवान खाते हुए इसका जश्न मनाते हैं। नवरोज़ के दौरान आम तौर पर घर की सफाई की जाती है। लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर मिलने जाते हैं। लोग घरों में स्वादिष्ट व्यंजन जैसे खास तरह की मिठाइयां, फ्राइड फिश और चावल बनाते हैं।
Vaishali Sharma is a post- graduate in Political Science from V.S.S.D. College of Kanpur. Her writing journey started in 2018, and from then she has come very far in field of Blogging (INKLAB) and Content Writing. Now, She is working as an UPWORK Freelancer and Blogger.